बड़हरिया प्रखंड के सबसे चर्चित हरदिया महावीरी अखड़ा मेला भरी पुलिस बल के बीच हुआ संपन्न
बड़हरिया से परमानन्द पांडे की रिपोर्ट
बड़हरिया प्रखंड़ के सुप्रसिद्ध और सबसे ज्यादा चर्चित हरदिया का महावीरी झंडा मेला भरी पुलिस बल की मौजूदगी मे शांति पूर्ण संपन्न हो गया। इस मेला में आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा। जय श्री राम, भारत माता की जयकारे से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। प्रखंड़ के विभिन्न गावों जैसे कोइरीगांवा, सदरपुर, कुवही, पड़रौना, चैनचपरा, लौवान, खानपुर, बड़हरिया पुरानी बाजार सहित अन्य क्षेत्रों से सुसज्जित तरीके के साथ अखाड़ा निकाल कर टोला हरदिया मस्जिद के पास से होकर हरदिया शिव मंदिर के प्रांगण में लगने वाला मेला में सभी अखड़ा पहुंचा । मेला देखने के लिए सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से हिन्दू मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग आखड़े में एक साथ देखे गए। युवको ने परंपरागत तरीके से अखाड़े में करतब दिखाते नजर आए। वही एसपी मनोज तिवारी, प्रशिक्षु पुलिस उपाध्यक्ष ऋषभ आनंद, सीओ सरफराज अहमद, बीडीओ संदीप कुमार, थाना अध्यक्ष रूपेश कुमार सहित अन्य पदाधिकारी अखड़ा मेला में काफी मुस्तैद दिखे।
करबाला बाजार पर बनाया गया लक्षमण रेखा पर वरीय अधिकारी के दिशा निर्देश पर अखड़ा बारी बारी से पास करती रही
हरदिया महावीरी अखड़ा मेला को लेकर करबला बाजार, लक्ष्मण रेखा, चैन छपरा, पिपराही मस्जिद के पास, हरदिया टोला स्थित मस्जिद के पास, बड़हरिया पश्चिम टोला, कब्रस्थान और मंदिर के पास मजिस्ट्रेट के अलावा अन्य धार्मिक स्थल के पास अर्धसैनिक बलों के अलावे सैप के जवानों की तैनाती की गई थी। मेले में सभी उखाडे के साथ पुलिस स्काट पार्टी सहित पुलिस बल के साथ मजिस्ट्रेट को जिम्मा दिया गया। सभी अखाड़े के लिए निर्धारित समय के अनुसार लक्ष्मण रेखा से अखड़ा को पास कराया गया। मौके पर एसडीओ आशुतोष गुप्ता, एसडीपीओ अजय सिंह, थाना अध्यक्ष रूपेश वर्मा, सीओ सरफराज अहमद, बीडीओ संदीप कुमार थे। वही शांति पूर्ण तरीके से मेला को संपन्न कराने में डा अनिल गिरि, मुखिया प्रतिनिधि बाल्मिकी प्रसाद अश्विनी, जुल्फेकार अहमद मिठू बाबू, सामाजिक कार्यकर्ता कमाल अहमद अंसारी, फैजान अहमद अंसारी, मो एहतेशामुल हक सिद्दीकी , मुजफ्फर हुसैन, मंडल अध्यक्ष मनोज कुशवाहा, सरपंच अरविंद श्रीवास्तव, सरपंच हाजी नुरालम, कमाल हुसैन , संजय सिंह, सहित अन्य सामाजिक लोग प्रशासन का काफी सहयोग किया। वही हरदिया टोला में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूस में शामिल लोगों के लिए पानी पीने को व्यवस्था किया गया था।











