कांग्रेस के सासंद राहुल गांधी भारत को कमजोर करके विदेशी ताकतों के गुलाम बनाने के लिए आतुर है-अनुरंजन मिश्रा
बड़हरिया से परमानंद पांडे की रिपोर्ट

बड़हरिया में एनडीए की बंदी का मिला जिला असर रहा है। हालांकि अन्य दिनों की तरह आज सड़कों पर वाहन नहीं दौड़ रही थी और दुकानें बंद थी। विदित हो की कांग्रेस सासंद राहुल गांधी और राजद विधायक तेजस्वी यादव के वोट के अधिकार यात्रा के दौरान बिहार के दरभंगा के आम सभा मंच से
कांग्रेस सासंद राहुल गांधी जी की मंच से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी स्वर्गवासी माता जी के बारे में अपशब्द बातें बोली गई थी जिसको लेकर बड़हरिया में एनडीए कार्यकर्ताओं ने बंदी का ऐलान किया था। बंदी को सफल बताते हुए भाजपा जिलाउपाध्य अनुरंजन मिश्रा ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा की आज की राजनीति में राहुल गांधी कोई साधारण चेहरा नहीं हैं, बल्कि भारत विरोधी इकोसिस्टम का सबसे बड़ा मोहरा हैं। इन्हें देख कर मुझे बार–बार इतिहास का आक्रांता मोहम्मद गोरी की याद आता है। श्री मिश्रा ने कहा कि गौरी 16 बार हारा, लेकिन 17वीं बार जीतकर उसने भारत को सदियों गुलामी में झोंक दिया। राहुल गांधी भी लगातार चुनाव हारते जा रहे हैं । जनता बार–बार उन्हें नकारती जा रही है। लेकिन सांसद राहुल गांधी जी के पीछे चर्च, वामपंथी गिरोह, इस्लामी वोट बैंक और भारत विरोधी विदेशी ताक़तों का ऐसा मकड़ जाल है कि अगर राहुल गांधी जी एक बार भी भारत के प्रधानमंत्री बनने में अगर कही सफल हो गए, तो भारत को अंधकार में धकेल देंगे। जैसा की मोहम्मद गौरी ने भारत को कई दशक पिछे धकेला था। भारत के गद्दारों ने मोहम्मद गोरी को भारत मे आने का रास्ता दिया था उसी प्रकार और राहुल गांधी को आज के सेकुलर दलाल, विदेशी फंडिंग वाले धर्मांतरण माफ़िया , भारत विरोधी संगठनों और विदेशी ताकते और टुकड़े–टुकड़े गैंग वैसे ही सहारा दे रहे हैं। उन्होंने कहा की केंद्र की वर्तमान एनडीए सरकार जब भी घुसपैठियों, आतंकियों या धर्मांतरण गिरोहों पर कानूनी कार्रवाई करती है तो राहुल गांधी के गैंग सबसे पहले उनके बचाव में कूद पड़ते हैं। यह संयोग नहीं, यह उनका एजेंडा है। राम मंदिर निर्माण से लेकर 370 हटाने तक, कांग्रेस और राहुल गांधी ने हमेशा हिंदुओं की आस्था और सनातन और भारत की एकता का विरोध किया। हिंदू आतंकवाद का झूठा नैरेटिव गढ़कर पूरी दुनिया में हिंदुओं को बदनाम करने की गंदी साज़िश कांग्रेस की देन है। कांग्रेस नेताओं द्वारा बार बार पाकिस्तान और चीन की भाषा बोलना, बंगाल और कर्नाटक की घटना पर चुप रहना और अलगाववादियों को हवा देना यही है कांग्रेस और उनके महागठबंधन की राजनीति है। राहुल गांधी खुले तौर पर भारत की परंपराओं और सनातन धर्म पर सवाल उठाना कभी नहीं भूलते। हिंदू आस्था का अपमान उनका मेनिफेस्टो बन गया है।
पंडित नेहरू से लेकर सोनिया गांधी तक, कांग्रेस की विरासत रही है। कांग्रेस को भारत को कमजोर और विदेशी शक्तियों पर निर्भर बनाए रखना उनकी पॉलिसी है। राहुल गांधी उसी एजेंडे के वारिस हैं। उनका सपना भारत को आत्मनिर्भर बनाना नहीं, बल्कि विदेशी ताक़तों का गुलाम बनाए रखना है।गौरी ने तलवार के बल पर भारत के गद्दारों के सहयोग से भारत को गुलाम बनाया था । राहुल गांधी वही काम वोट बैंक, विदेशी फंडिंग और भीतरघाती सेकुलरिज़्म से करना चाहते हैं।
इसलिए राहुल गांधी को सिर्फ़ चुनाव में हराना काफी नहीं है।
इनकी पूरी राजनीति को जड़ से मिटाना ही असली राष्ट्रधर्म है। क्योंकि अगर एक बार भी गलती हुई तो ये भारत माता को उसी गुलामी में झोंक देंगे, जिससे हमारे पूर्वज सदियों तक जलते रहे।राहुल गांधी सिर्फ़ एक हारता हुआ नेता नहीं, बल्कि भारत विरोधी ताक़तों का विषधर औज़ार हैं। इन्हें पहचानना और इनकी राजनीति को खत्म करना ही हर देशभक्त का कर्तव्य है। बंदी के दौरान भाजपा जिला उपाध्यक्ष अनुरंजन मिश्रा, डॉ अनिल कुमार गिरी, उमा शंकर साह,मनोज कुशवाहा, जय प्रकाश गौतम, सुशील वर्मा, प्रेम प्रकाश सोनी, राजेश गिरी, राजेश शर्मा, बाबूलाल प्रसाद











