बिहार संपादक डॉक्टर राहुल कुमार द्विवेदी की रिपोर्ट
डॉ. भीमराव अंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत अनुसूचित जाति/जनजाति भूमिहीन परिवारों को वासगीत पर्चा वितरण समारोह का हुआ आयोजन।
सीतामढ़ी के शांति नगर स्थित डीआरसी सी सभा कक्ष में आज डॉ. आंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत अनुसूचित जाति/जनजाति के भूमिहीन परिवारों को वासगीत पर्चा वितरण समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर माननीय सांसद श्री देवेश चंद ठाकुर, माननीय सांसद शिवहर श्रीमती लवली आनंद, माननीय विधान पार्षद श्रीमती रेखा कुमारी, माननीय विधायक रूनीसैदपुर पंकज मिश्रा, जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय, अपर समाहर्ता राजस्व संजीव कुमार, सभी अंचल अधिकारी, डीसीएलआर तथा 750 से अधिक लाभुक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सीतामढ़ी जिले के 785 अनुसूचित जाति/जनजाति के भूमिहीन परिवारों को वासगीत पर्चा प्रदान किया गया, जो जिले के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। सीतामढ़ी बिहार का पहला जिला बन गया है, जहां एक ही दिन में इतने बड़े पैमाने पर वासगीत पर्चा वितरण किया गया।
अपने संबोधन में स्थानीय सांसद श्री देवेश चंद ठाकुर ने कहा, “सीतामढ़ी जिले में एक ही दिन में 785 लाभुकों को वासगीत पर्चा प्रदान किया जाना सरकार की बड़ी उपलब्धि है। माननीय मुख्यमंत्री जी को मैं इस नेक पहल के लिए धन्यवाद देता हूँ। समाज के समग्र विकास की दिशा में यह कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके लिए जिलाधिकारी और जिला प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी विशेष रूप से धन्यवाद के पात्र हैं।इस पहल से अब इन परिवारों को अपने घर बनाने और सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिलेगा। यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि सरकार गरीबों और वंचित वर्गों के साथ न्याय करते हुए उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पूरी तरह संकल्पित है।
सांसद शिवहर श्रीमती लवली आनंद ने भी कार्यक्रम में अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की पहल से समाज के गरीब और वंचित वर्गों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।
जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय ने कहा, “इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के पीछे कई महीनों की योजना और मेहनत का योगदान है। आज इस प्रयास का परिणाम सभी के सामने है। इसके लिए मैं अपर समाहर्ता राजस्व संजीव कुमार एवं पूरी जिला प्रशासन टीम को धन्यवाद देता हूँ।आज जब 785 भूमिहीन परिवारों को एक साथ वासगीत पर्चा दिया जा रहा है, तो यह केवल कागज़ का टुकड़ा नहीं बल्कि उनके जीवन में नई उम्मीद, सुरक्षा और स्थायित्व का प्रतीक है।
सभी 785 लाभुकों को वासगीत पर्चा के साथ एक-एक पौधा भी भेंट किया गया, ताकि उनके जीवन में स्थायी सुधार और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया जा सके।
सरकार और जिला प्रशासन गरीब और भूमिहीन वर्ग के उत्थान के लिए न्याय और विकास के सिद्धांतों को प्रत्यक्ष रूप से लागू कर रहे हैं। वासगीत पर्चा प्राप्त करने वाले लाभुकों के चेहरे खुशी और आत्मविश्वास से झिलमिला उठे।












