आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में एन डी ए को मिल रहे अपार जनसमर्थन को देख कर बौखला गए है महागठबंधन के नेता और कार्यकर्ता। – अंकुर वर्मा
डॉ. राहुल कुमार द्विवेदी, बिहार संपादक अखंड भारत न्यूज़
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के यात्रा के दौरान देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मृत माता जी को महागठबंधन के नेताओं द्वारा गाली दिए जाने का बिहार भाजपा के नेता अंकुर वर्मा ने करी निंदा करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्रहित को समर्पित कर दिया उनकी स्वर्गीय माता जी को महागठबंधन के नेताओं द्वारा खुले मंच से गाली देना दर्शाता है कि महागठबंधन के नेता और उसके कार्यकर्ता मानसिक तौर पर दिवालिया हो गए है वो मोदी जी का विरोध करते करते इतना गिर गए कि ना उन्हें इस बात का ख्याल रहा कि वो देश के प्रधानमंत्री को अपशब्द बोल रहे है अपितु एक मृत महिला को भी अपमानित कर रहे है। श्री वर्मा ने कहा कि इस घटना से एक बात तो साफ हो गई कि ये सभी महागठबंधन के नेता नारी सम्मान की बात सिर्फ और सिर्फ दिखावे के लिए करते है नैतिक जीवन में इनके मन में नारी के सम्मान का कोई भाव नहीं है एक और ये लोग माई बहिन योजना की बात करके जनता को छलने का प्रयास करते है और दूसरी और मां बहन को अपशब्द कह कर अपने असली चरित्र का परिचय देते है। श्री वर्मा ने आगे कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव यह साफ साफ समझ ले कि बिहार की धरती ज्ञान और न्याय की धरती है और अपने पार्टी के गुंडा रूपी कार्यकर्ताओं से मिथिला की पावन धरती से इन दोनों शहजादों ने देश के प्रधानमंत्री की मृत मां को गाली दिलवा कर जो कृतार्थ किया है उस कृतार्थ के लिए बिहार की जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी और आगामी विधानसभा चुनाव में इसका परिणाम महागठबंधन के नेताओं को साफ साफ देखने को मिलेगा। श्री वर्मा ने कहा कि शायद राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ये दोनों शहजादे यह भूल गए है तो जा कर अपने माता पिता से पूछ ले कि जितनी बार इनके पार्टी के भ्रष्टाचारी नेताओं ने मोदी जी को गाली दिया है उतनी बार जनता ने मोदी जी पर अपना विश्वाश जताया है और अपना अपार प्यार और स्नेह दिया है और बिहार की जनता भी आप लोगों द्वारा दिए गए गली का जबाव आगामी विधानसभा चुनाव में मोदी जी पर विश्वाश जाता कर देगी।साथ ही साथ श्री वर्मा ने प्रशासन से यह मांग किया कि वो दोषियों को चिन्हित कर अविलंब उचित करवाई करें ताकि कोई भी असामाजिक व्यक्ति भविष्य में प्रधानमंत्री जैसे संवैधानिक पद को गाली ना दे ना ही मातृशक्ति को अपमानित करने का दुस्साहस कर सके।












