लगातार बारिश से जलमग्न हुए खेत-खलिहान, कई मोहल्लों में घुसा पानी
रामगढ़ में नहर का बांध टूटा, लोगों की तत्परता व जेसीबी की मदद से पाया गया हालात पर काबू
नौतन। से फिरोज अंसारी की रिपोर्ट


स्थानीय प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को सुबह से शुरू हुई वर्षा की हल्की फुहार ने चढ़ते दिन के साथ-साथ अपना भी रुख सख्त किया और शाम होते-होते तेज़ बारिश में बदल गयी। पूरे दिन और रात भर हुई बारिश के कारण जहां खेत-खलिहान पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं, वहीं कई मोहल्लों में भी पानी भर गया है। इसके अलावा कई जगहों पर इतनी बारिश हुई है कि सड़क के ऊपर से पानी की धारा बहने लगी है। वहीं रामगढ़ में नहर का बांध टूट गया, जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लेकिन ग्रामीणों की तत्परता एवं जेसीबी की मदद से हालात पर काबू पा लिया गया। वहीं मौके पर पहुंचे पदाधिकारियों से ग्रामीणों द्वारा नहर बांध की ठीक तरह से मरम्मती की मांग की गई।
बताते चलें कि मानसून देर से और औसतन कम वर्षा होने को लेकर क्षेत्र में मक्का और धान की फसलें देर से लगाई गई। फ़सल लगाने के बाद भी वर्षा पूरी प्रत्याशित वर्षा नहीं हुई, जिससे धान और मक्का दोनों ही फसलें प्रभावित हुए। नतीजा यह हुआ कि सक्षम किसान क्षेत्र में धान के खेतों में पंपसेट से पानी चलाकर कुछ हद तक अपनी फसलों को बचाने में कामयाब हो गए। वहीं बाकी जो किसान इतने साधन-संपन्न नहीं हैं उनकी धान की फसलें सूख गईं। लेकिन मक्का की फसल के लिए खेती करने वाले किसान बेबस होकर भगवान भरोसे ही रहे। इसलिए लगाकर मौसम की बेरुखी की मार झेल रहे किसानों की न तो मक्का की पैदावार ही ठीक तरह से हुई और न ही धान की फसल ही औसतन अच्छी है। जैसे-तैसे मक्का की फसल कटने को तैयार हुई, तो दो दिनों से हो रही लगातार बारिश और रात्रि से सुबह तक चली तेज हवाओं ने सभी फसलों को धराशाई कर दिया। ऐसे में किसान की बची-खुची फसलें भी बर्बादी के कगार पर आ गई हैं। सबसे ज्यादा परेशान पशुपालक हैं, जिन्हें लगातार बारिश के कारण अपने भोजन के साथ-साथ पशुओं के चारे का प्रबंध करना भी मुश्किल हो गया है। क्षेत्र में बारिश इतनी ज्यादा हुई है कि जगदीशपुर साईं टोला, दलित बस्ती, सिसवां दर्जी टोला, दलित बस्ती आदि की सड़कों से लेकर कई घरों में भी पानी घुस गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दूसरी ओर सिसवां शिवमन्दिर के समीप एक चहारदीवारी भी गिर गई है। वहीं सिसवां-नौतन मुख्य मार्ग पर सिसवां मोड़ से डेढ़ सौ मीटर पूर्व ट्रांसफार्मर के समीप तथा प्राथमिक विद्यालय सिसवां से 50 मीटर पहले, इन दोनों जगहों पर सड़क के ऊपर से पानी बह रहा है। इसके अलावा सिसवां-तिलमापुर मुख्य मार्ग पर भी सिसवां, बसदेवा, बिशुनपुरा आदि गांवों में सड़क के ऊपर से पानी बह रहा है। ऐसे में क्षेत्र में हुई लगातार बारिश से जहां जनजीवन प्रभावित हुआ है, वहीं फसलों की बर्बादी से पशुपालकों की परेशानी बढ़ने के साथ-साथ किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है।












