विजयीपुर में यूरिया की खुली कालाबाजारी, किसानों से 400–500 रुपये की लूट
यूरिया के साथ जबरन सल्फर थमाया जा रहा, डीएपी भी मनमाने दाम पर बिक्री
विजयीपुर/ गोपालगंज
विजयीपुर प्रखंड के विभिन्न बाजारों में यूरिया उर्वरक की कालाबाजारी चरम सीमा पर पहुंच गई है। खाद की किल्लत का फायदा उठाकर दुकानदार किसानों को बलपूर्वक 45 किलो यूरिया की बोरी के साथ सल्फर या अन्य पदार्थ लेने को मजबूर कर रहे हैं। इसके बदले किसानों से 400 से 500 रुपये तक वसूले जा रहे हैं।
मुसेहरी बाजार के गंगा छापर से यूरिया खरीदकर लौट रहे एक किसान ने बताया कि 400 रुपये में एक बोरी यूरिया दी गई, लेकिन दुकानदार द्वारा जबरन सल्फर थमा दिया गया,जिसे लेने से इंकार करने पर खाद नहीं देने की बात कही गई।
वहीं पंचायत राज बेलवा के समाजसेवी एवं भाजपा जिला मंत्री मुरलीधर मिश्रा ने अखबार प्रतिनिधियों को बताया कि पगरा बाजार स्थित गुप्ता ट्रेड (हरेंद्र गुप्ता) द्वारा 450 रुपये में यूरिया और 1650 रुपये में डीएपी बेचा गया, जो निर्धारित दर से कहीं अधिक है।
इस संबंध में जब मुरलीधर मिश्रा द्वारा विजयीपुर प्रखंड कृषि पदाधिकारी से टेलीफोनिक वार्ता की गई तो पदाधिकारी ने कहा कि
“मामले को दिखवाया जा रहा है, अनुज्ञप्ति धारक दुकानदारों से बात की जा रही है।”
मुसेहरी बाजार के किसान द्वारा लगाए गए आरोपों पर जब स्थानीय पत्रकारों ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी से सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि
“हम मामले की जांच करवाएंगे। दुकानदारों को ‘टैकिंग’ के माध्यम से यूरिया मिला है, लेकिन टैकिंग के नाम पर अधिक मूल्य लेना गलत है। जो उर्वरक टैकिंग में मिला है, वही देना होगा, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
फिलहाल क्षेत्र के किसान महंगे खाद और जबरन थोपे जा रहे उर्वरकों से बेहद परेशान हैं और प्रशासन से तत्काल छापेमारी व दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।












