आगामी पर्व-त्यौहार एवं बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर डीएम-एसपी की संयुक्त बैठक
जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय एवं पुलिस अधीक्षक श्री अमित रंजन की संयुक्त अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में जिले में विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी पर्व-त्यौहार एवं बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए विधि-व्यवस्था बनाए रखने में पूर्ण गंभीरता और प्रतिबद्धता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि आगामी पर्व त्योहार एवं निर्वाचन को देखते हुए विधि व्यवस्था संधारण में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।साथ ही शांति भंग करने का प्रयास करने वाले तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा।
उन्होंने कहा कि हर हाल में यह सुनिश्चित करें कि आम नागरिक एवं श्रद्धालु बिना किसी भय के त्योहार मना सकें और चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो।
डीएम ने निर्देश दिया कि
सभी आर्म्स का शत-प्रतिशत सत्यापन कराया जाए।
संपत्ति विरूपण अधिनियम एवं लाउडस्पीकर एक्ट का सख्ती से अनुपालन हो।
नियमित रूप से वाहन चेकिंग अभियान संचालित किए जाएं।
शराब एवं भूमि माफियाओं पर प्रभावी अंकुश लगाया जाए और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित हो।
शांति भंग करने वालों पर भारतीय नागरिक संहिता की धाराओं के अंतर्गत कठोर कार्रवाई हो। विशेष रूप से सीसीए की धारा 3(ए) एवं धारा 12 के अंतर्गत असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध प्रस्ताव भेजे जाएं।
उन्होंने अंचल अधिकारियों को भी निर्देश दिया कि प्रखंड स्तर पर विधि-व्यवस्था समन्वय समिति की बैठकें नियमित रूप से आयोजित करें और शिकायतों का त्वरित व निष्पक्ष निपटारा करें। भूमि विवादों के समाधान हेतु प्रत्येक शनिवार को आयोजित बैठक में थानाध्यक्ष एवं अंचल अधिकारी ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करें।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित रंजन ने भी अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा—
विधि-व्यवस्था संधारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। जिले में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए पुलिस हर स्तर पर सजग और सक्रिय रहेगी।”
संयुक्त रूप से डीएम और एसपी ने यह भी निर्देश दिया कि—
पर्व-त्यौहार एवं चुनाव के दौरान विशेष सतर्कता बरती जाए।
भीड़-भाड़ वाले स्थानों, धार्मिक स्थलों एवं बाजारों में पुलिस पेट्रोलिंग व रात्रि गश्ती को और तेज किया जाए।
संवेदनशील स्थानों पर पैनी नजर रखी जाए।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए, अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई हो। उन्होंने जिला जन संपर्क विभाग एवं पुलिस साइबर सेल को इस आशय का विशेष निर्देश दिया।
सीसीटीवी कैमरों से निगरानी को मजबूत किया जाए।
सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष गश्ती एवं चौकसी की पुख्ता व्यवस्था हो।












