बड़हरिया के मशहूर समाजसेवी शिक्षाविद प्रो नरेंद्र कुमार गिरी के मौत से समूचा बड़हरिया शोक में डूबा, श्राद्ध कर्म में जुटेंगे कई दिग्गज नेता
बड़हरिया से परमानंद पांडे की रिपोर्ट
प्रो गिरी जी के नाम से मशहूर कांग्रेस नेता प्रो नरेंद्र कुमार गिरी की अंतिम श्राद्ध कर्म आज है । कांग्रेस सहित कई पार्टियों के नेता और जनप्रतिनिधि उनके पैतृक गांव कोइरीगवा में शुक्रवार को जुटेंगे। प्रो गिरी बड़हरिया के युवाओं के आइकॉन थे। प्रो गिरी का निधन गत की 7 सितंबर 25 को हृदय गति रुकने से उनके गांव कोइरीगवा में हो गई थी। प्रो नरेंद्र कुमार गिरी सुप्रसिद्ध प्राइवेट कॉलेज डीसी इंटर कॉलेज बड़हरिया के वाईस प्रिंसिपल के रूप में वर्षों सेवा शिक्षा के क्षेत्र में दिए है। साथ ही बड़हरिया प्रखंड कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष वर्षों तक थे। उसके बाद श्री गिरी ने सिवान जिला कांग्रेस कमिटी में शामिल होकर बड़े नेताओं के साथ मिल कर पार्टी और संगठन को मजबूत करने का काम किए थे। शोकाकुल परिवार में उनके पुत्र प्रतीक गौरव उर्फ सोनल कुमार गिरी के साथ उनकी शिक्षक पत्नी है। इनके अलावा अन्य लोगों से भरा पूरा परिवार है। कांग्रेस अध्यक्ष बच्चा सिंह ने बताया की श्री गिरी की मौत से घर वाले के साथ साथ समूचा बड़हरिया शोक में डूबा हुआ है। प्रो नरेंद्र कुमार गिरी शिक्षा और राजनीत के क्षेत्र में अपने सामाजिक कार्यों और कुशल व्यवहार और नेतृत्व की क्षमता से समूचा बड़हरिया प्रखंड क्षेत्रों में अपनी अमिट छाप छोड़ गए है। श्री गिरी की मौत हृदय गति रुक जाने से विगत 7 सितंबर 25 को उनके पैतृक गांव कोइरीगावा में हो गई थी। उनकी मौत की खबर सुन कर प्रखंड के सभी वर्गों के बुद्धिजीवीयो ने उनके पैतृक गांव पहुंच कर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दिया था। श्री गिरी की अंतिम श्राद्ध कर्म 19 सितंबर 25 को है जिसमें प्रदेश और जिला के कई बड़े सभी दलों के नेता और जनप्रतिनिधि शामिल होगे। समूचे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई थीं। स्व. प्रो नरेंद्र कुमार गिरी ने 70 वर्ष की आयु पार कर चुके थे। उनका निधन उनके पैतृक गांव कोइरीगावा में हुआ था। श्री गिरी काफी मिलनसार, मृदभाषी, बुद्धिजीवी और ईमानदार स्वच्छ छवि के कर्मठ व्यक्ति थे। प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष बच्चा सिंह, शमीम अहमद खान, प्रो तारीख सुजा, प्रो सुरेश चौधरी, पूर्व मुखिया एसएम फजलेहक, आदि ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि श्री गिरी की मौत समाज के लिए अपूरणीय क्षति है जिसकी भरपाई करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।











