नीलाम पत्रवाद की समीक्षात्मक बैठक की गई।
बिहार संपादक डॉ राहुल कुमार द्विवेदी की रिपोर्ट


समाहरणालय स्थित विमर्श कक्ष में जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय की अध्यक्षता में नीलाम पत्रवाद की बैठक की गई। नीलाम पत्रवाद की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि बैंकों तथा अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर अधिक से अधिक नीलाम पत्र वादों के मामले का निष्पादन करें।
बैठक में जिला नीलाम पत्र अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष विभिन्न नीलाम पत्र पदाधिकारियों द्वारा अभी तक 19 करोड़ 68 लाख 33 हजार 168 रुपए की ऋण वसूली हुई है। इसमें से जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी अभिराम त्रिवेदी द्वारा विभिन्न वादों में 14.50 करोड़ की वसूली की गई है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अधिक से अधिक नोटिस करें, नोटिस का तामिला करावें एवं वारंट निर्गत करें। बड़े बकायेदारों को चिन्हित करते हुए अपेक्षित कार्रवाई करें। जिलाधिकारी ने सदर एसडीओ एवं अनुमंडल पदाधिकारी पुपरी के द्वारा वादों के निष्पादन एवं राशि वसूली में लचर प्रदर्शन करने पर कड़ी नाराजगी प्रकट की एवं निर्देश दिया कि नीलाम पत्र वाद की सुनवाई को अपने रूटीन कार्य में शामिल करें एवं अधिक अधिक वादों का निष्पादन करें।
बैठक में जिलाधिकारी ने लंबित नीलाम पत्र वादों की विस्तृत समीक्षा की। निर्देश दिया कि संबंधित सभी पदाधिकारी अपने अधीन न्यायालय में प्राप्त आवेदन एवं अभिलेख को रजिस्टर –09 एवं 10 से मिलान करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही नीलाम पत्र वाद से संबंधित मामलों की प्रतिदिन सुनवाई करने तथा प्राथमिकता के आधार पर अधिक से अधिक मामलों में ऋण वसूली का कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय नीलाम पत्र पदाधिकारियों को निर्गत वारंट ,प्राप्त आपत्तियां,नोटिस तामिला हेतु लंबित मामलों आदि के संबंध में भी अविलंब आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।बैंकों एवं अन्य विभाग से समन्वय स्थापित करें।साथ ही नीलम पत्र वाद के निष्पादन संबंधी प्रतिवेदन जिला नीलाम पत्र शाखा को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नीलाम पत्रवाद में संतोषजनक प्रदर्शन नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में डीडीसी संदीप कुमार, एडीएम राजस्व संजीव कुमार,जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी अभिराम त्रिवेदीअपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन बृजकिशोर पांडेय, सभी नीलाम पत्र पदाधिकारी,एवं जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे एवं सभी अंचलाधिकारी एवं सभी एसडीओ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।












