बिहार संपादक डॉ राहुल कुमार द्विवेदी की रिपोर्ट
गुणवत्ता सुधार को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों एवं स्वास्थ कर्मियों का प्रशिक्षण।

सीतामढ़ी: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ हेल्थ वेलनेस केंद्रों में सेवाओं की गुणवत्ता सुधार हेतु जिला स्वास्थ्य समिति सीतामढ़ी और पीरामल स्वास्थ्य के संयुक्त तत्वावधान में सदर अस्पताल सीतामढ़ी के सभागार में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वाशन मानक) के मानदंडों पर विस्तृत जानकारी एवं प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार ने किया । कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जियाउद्दीन जावेद, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार, डॉ सुनील कुमार सिन्हा,सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डी पी सी दिनेश कुमार, डी क्यू ए सी धीरेन्द्र कुमार, चयनित 21 HWC के CHO और एक ANM, सभी BHM सहित पीरामल फाउंडेशन के राज्य स्तरीय प्रशिक्षक डॉ पवन सिंह जसरोटिया, जिला प्रबंधक प्रभाकर कुमार, प्रोग्राम लीड विकेश कुमार, दुर्गा प्रसाद सिंह के साथ गांधी फेलो गौरव, एंटनी, सुश्वती एवं तुषार के साथ बी एच एम, बी सी एम, सी एच ओ आदि ने भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य आयुष्मान आरोग्य मंदिर हेल्थ वेलनेस केंद्रों में सभी 12 प्रकार के सेवा पैकेज के गुणवत्ता में बेहतरी लाने और केंद्र सरकार द्वारा तय एन क्यू ए एस के मानकों पर काम करते हुए राज्य एवं केंद्र स्तरीय प्रमाणीकरण प्राप्त करना है।
प्रशिक्षक डॉ पवन सिंह जसरोटिया के द्वारा गुणवत्ता के सभी आयामों एवं कार्य—बिन्दुओं के बारे में विस्तार पूर्वक प्रशिक्षण दिया गया, साथ ही मूल्यांकन के तरीकों और एक्शन प्लान बनाते हुए कमियों को त्वरित रूप से दूर करने की प्रक्रिया की जानकारी दी।
सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग सभी नागरिकों तक गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने को लेकर प्रतिबद्ध है और हमें भी अपने सेवाओं में बेहतरी लाने हेतु आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। एन क्यू ए एस केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका अनुसरण कर हम अपने संस्थान के सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सकता है। विकसित भारत की परिकल्पना में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा की महत्वपूर्ण भूमिका है।
पिरामल स्वास्थ्य के जिला प्रबंधक प्रभाकर कुमार ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार के निर्देशानुसार दिसंबर 2026 तक जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना है, प्रथम चरण में जिले के 21 हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों का एन क्यू ए एस प्रमाणीकरण (विभिन्न कमिटी को गठित और functional करते हुए, जैसे: जन आरोग्य समिति, VHSNC कमिटी आदि के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधियों और समुदाय को जागरूक कर शामिल करते हुए ) किया जाना है जिसमें पिरामल स्वास्थ्य की टीम आवश्यक तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है। अगले तीन महीने में इन सभी संस्थानों को गुणवत्ता प्रमाणीकरण कराया जाएगा।












