रुन्नीसैदपुर प्रखंड में जनता का दरबार कार्यक्रम के साथ प्रखंड समन्वय समिति की बैठक का आयोजन
(बैठक के बाद आयोजित जनता दरबार में सैकड़ों लोग पहुंचे।जनता के दरबार कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आमजन के साथ कई स्थानीय जन प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
जनता के साथ स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने स्थानीय अस्पताल में चिकित्सकों की कमी, इलाज में उदासीनता की बात रखी। जिलाधिकारी ने उपस्थित मेडिकल ऑफिसर को व्यवस्था को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि एस एफ सी से अगर घटिया अनाज सप्लाई की शिकायत प्राप्त होती है तो इसकी तत्काल सूचना दें ताकि उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।शौचालय का बकाया भुगतान ,पेयजल समस्या, सड़क अतिक्रमण, एंबुलेंस उपलब्धता, श्रम कार्ड,फसल क्षति अनुदान,विद्युत पोल की अनुपलब्धता,सोलर स्ट्रीट लाइट की मरम्मती, परिमार्जन/दाखिल खारिज की स्थिति,मुख्य०मंत्री महिला रोजगार योजना के लंबित मामले, राशन कार्ड, खाद्यान्न वितरण, सड़क निर्माण में लापरवाही, पंचायत भवनों में कर्मियों की अनुपस्थिति, स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक की कमी, भूमि विवाद, नल–जल योजनाओं एवं सरकारी योजनाओं हेतु भूमि उपलब्धता, जैसी विभिन्न समस्याएं रखीं।
इन सभी बिंदुओं पर जिलाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों को गंभीरता से सुनकर त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं की समीक्षा के दौरान डीएम ने कहा कि किसी भी आवेदन को अनावश्यक रूप से लंबित न रखा जाए।
साथ ही, श्रम कार्ड, खाद्यान्न की उपलब्धता, अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति के सुधार हेतु भी निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से आरटीपीएस सेवाओं में सुधार का निर्देश देते हुए कहा कि कार्यपालक सहायक, बीडीओ, सीओ एवं बीपीआरओ अपने-अपने स्तर से सतत मॉनिटरिंग करें।
उन्होंने स्पष्ट कहा—
“आरटीपीएस सेवाओं में देरी या लापरवाही पाए जाने पर संबंधित कर्मी पर कार्रवाई तय है। जनता को समयबद्ध सेवा देना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
डीएम ने बीडीओ व बीपीआरओ को निर्देशित किया कि सभी पंचायत कार्यालयों में विभिन्न विभागों के कर्मियों की नियमित उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने मौके पर मौजूद राजस्व कर्मियों, कार्यपालक सहायकों और पंचायत सचिवों से उनकी उपस्थिति एवं कार्य निष्पादन की समीक्षा की।उन्होंने कहा कि “लचर प्रदर्शन करने वालों पर हर हाल में कार्रवाई की जाएगी। जनता की सेवाओं में शिथिलता किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।उनकी उपस्थित का नियमित अनुश्रवण करने का निर्देश बीडीओ ,सीओ एवं बीपीआरओ को दिया।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर कार्य संस्कृति में अपेक्षित सुधार दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तंत्र सक्रिय और जवाबदेह बने। दायित्वों के निर्वहन में प्रतिबद्धता और पारदर्शिता स्पष्ट झलकनी चाहिए, तभी कौशल विकास, शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में अपेक्षित प्रगति संभव है।
आज के कार्यक्रम में एल डीएम,जिला मत्स्य पदाधिकारी,जिला उद्यान पदाधिकारी तथा अन्य पदाधिकारियों के द्वारा अपने विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
जनसभा को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय ने कहा—
आज मैं स्वयं प्रखंड में आया हूँ ताकि जनता की वास्तविक स्थिति और उनकी समस्याओं से सीधे रूबरू हो सकूँ। सरकार की योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुँचे — यह हमारी प्राथमिकता है। समस्याओं के समुचित एवं त्वरित समाधान में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आज की बैठक में जिलाधिकारी ने स्वयं प्रखंड समन्वय समिति की बैठक में भाग लेकर सभी विभागों के साथ जमीनी स्थिति की पड़ताल की। बैठक के बाद उन्होंने जनप्रतिनिधियों और आमजनों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याएं सुनीं।
मौके पर वरीय उपसमाहर्ता अभिराम त्रिवेदी ,कार्यपालक अभियंता बागमती विपिन कुमार ,सीओ आदर्श गौतम ,आरओ विश्वमित्र खरबार, स्थानीय जिला परिषद प्रतिनिधि ओम भारती, पीओ मनरेगा संतोष कुमार, प्रधानाध्यापक खुशनंदन मंडल, डॉ शम्भू नाथ ठाकुर एसडीओ बिजली वासिफ फरीदी, बीपीआरओ असलम जावेद ,मुखिया दिलीप पासवान ,रजी अहमद प्रमोद आनंद ,पिटीए हर्ष वर्धन कुमार ,वीरेन्द कुमार ,टीए प्रवेश कुमार सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।












