राहुल कुमार द्विवेदी की रिपोर्ट


जिलाधिकारी सीतामढ़ी श्री रिची पांडेय की अध्यक्षता में आज विमर्श सभा कक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की गई।बैठक में एजेंडावर सभी बिंदुओं पर समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिए गए।
शहर में ई रिक्शा /ऑटो के सुव्यवस्थित परिचालन सुनिश्चित करने का दिया गया निर्देश।बैठक में उपस्थित ऑटो संघ के प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि जिले में ऑटो की संख्या लगभग 6000 है। शहर में सुदृढ़ ट्रैफिक व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर बैठक में निर्देशित किया गया कि अंडर एज ऑटो चालकों एवं उनके लाइसेंस को लेकर अभियान चलाया जाए। नाबालिग ऑटो चालकों को प्रतिबंधित करें ।निर्धारित महत्वपूर्ण रूट पर ऑटो की संख्या निर्धारित की जा सकती है एवं हाइवे पर ऑटो का परिचालन न हो। उपयुक्त संबंध में ऑटो संघ भी विचारोपरांत अपना प्रस्ताव दें।
बैठक में ट्रैफिक डीएसपी,डीटीओ एवं उनके अन्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि इस दिशा में आवश्यक कदम उठाएं।
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में ड्रंकन ड्राइविंग पर सख्ती बरतने का निर्देश दिया गया। मद्दनिषेध विभाग एवं पुलिस विभाग के पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए। निर्देश दिया गया कि जिले के महत्वपूर्ण स्थलों पर बने चेक पोस्ट की संख्या में वृद्धि की जाय एवं उक्त स्थलों पर पुलिस , मद्दनिषेध,परिवहन एवं खनन की टीम के द्वारा जांच की जाय।
जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि नो हॉर्न जॉन को सख्ती से इंप्लीमेंट कराया जाय।
मर्यादा पथ, शंकर चौक से लेकर कुमार चौक एवं सर्किट हाउस के आसपास के एरिया में नो हॉर्न को इंप्लीमेंट किया जाए।
जिलाधिकारी ने जिला परिवहन विभाग एवं पुलिस विभाग को निर्देशित किया कि मुख्य मार्गों और संवेदनशील स्थलों पर नियमित रूप से नशे में वाहन चलाने वालों की जांच की जाए। ब्रेथ एनालाईजरका उपयोग किया जाए तथा ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
साथ ही स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता अभियान चलाने पर भी जोर दिया गया।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क सुरक्षा के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सड़क संकेतकों की कमी को जल्द पूरा करने और स्कूलों, बाजारों तथा अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक कंट्रोल के लिए विशेष उपाय करने पर जोर दिया।
उन्होंने सभी विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने और सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।
सड़क सुरक्षा को लेकर स्कूली बच्चों, वाहन चालकों और आम जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाने पर भी सहमति बनी।
बैठक में नगर निगम के पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि शहर में मुख्य चौक—चौराहों, फुटपाथों को अतिक्रमण से मुक्त कराना सुनिश्चित करें ।उन्होंने कहा कि साफ-सफाई, कचरा उठाव और मूलभूत शहरी सेवाओं में नगर निगम की भूमिका सबसे अहम है, लेकिन वर्तमान व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। जिलाधिकारी ने इस लापरवाही पर कड़ी नाराज़गी प्रकट करते हुए चेताया कि नगर निगम अपनी कार्य-संस्कृति में तत्काल सुधार लाए।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि वे सड़क सुरक्षा से जुड़े मामलों को गंभीरता से लें और समय-समय पर प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बैठक में उप विकास आयुक्त संदीप कुमार, जिला परिवहन अधिकारी प्रशांत कुमार ,सिविल सर्जन के प्रतिनिधि,डीपीआरओ कमल सिंह ,ट्रैफिक डीएसपी,शिक्षा विभाग के पदाधिकारी ,पुलिस विभाग के वरीय पदाधिकारी के साथ सभी तकनीकी विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।












