मूसलाधार बारिश ने बड़हरिया के जनप्रतिनिधियो के विकास के दावे का खोल दिया पोल
बड़हरिया से परमानंद पांडे की रिपोर्ट



बड़हरिया प्रखंड में लगातार दो दिनों से तेज हवा के साथ मूसलाधार हुई बारिश ने बड़हरिया नगर पंचायत के जनप्रतिनिधियों के विकास के दावे का पोल खोल कर रख दिया है। मूसलाधार बारिश ने प्रखंड मुख्यालय और नगर पंचायत क्षेत्र के विकास कार्यों की असलियत उजागर कर जनप्रतिनिधियो का पोल खोल दिया है। वारिश की पानी के निकासी के लिए पक्का नाला के निर्माण नहीं होने से प्रखंड और अंचल कार्यालय, बड़हरिया नगर पंचायत कार्यालय, प्रखंड खेल मैदान, बीडीओ आवास, मनरेगा भवन, ई-किसान भवन, बिस्कोमान भवन, कौशल विकास केंद्र और , सरकारी अस्पताल, पशु चिकित्सालय, सब रजिस्ट्री कार्यालय, सहित लगभग सभी सरकारी कार्यालयों में घुटने तक पानी भर गया। बीडीओ आवास का जलमग्न की तस्वीर,नीचे बड़हरिया नगर पंचायत कार्यालय, बिस्कोमान भवन, मनरेगा भवन, ई किसान भवन सभी कार्यालय पानी से लबालब भरा हुआ है। पूर्व जिला पार्षद जुल्फेकार अहमद उर्फ मिट्ठू बाबू ने कहा की बड़हरिया मुख्यालय में बरसात के पानी की निकासी की पक्का नाला का समुचित निर्माण नहीं होने के चलते और पदाधिकारियों की मनमानी के कारण सभी सरकारी कार्यालय परिसर जलमग्न है। उन्होंने बताया कि सरकारी कार्यालय के परिसर जलमग्न हो जाने से कार्यालय आने वाले अपने काम से आम जन और सरकारी कर्मचारी दोनों काफी परेशान है । उन्होंने बताया कि खास कर महिला एवं बुजुर्ग ग्रामीणों को सरकारी कार्यालय पहुंचने के लिए परिसर में लगा घुटने तक पानी को पार करना पड़ा रहा है। स्थानीय पूर्व मुखिया वीरेंद्र प्रसाद ने बताया की आए दिन प्रखंड मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में जनप्रतिनिधि प्रतिदिन कहीं न कहीं विकास योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करते रहते हैं। लेकिन बड़हरिया नगर पंचायत क्षेत्र के मुख्य बाजार और सरकारी कार्यालयों के पानी निकासी की समस्या को लेकर कोई ठोस योजना नहीं बनाई जाती है जिससे बारिश के दिनों में यह विकराल रूप देखने को मिल रहा है। बहरहाल विकास की ढोल पीटने वाले जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी को इससे सबके लेने की जरूरत है।












